खो-खो हर गांव से जुड़ा खेल है, जो हमारी संस्कृति और परंपराओं का अभिन्न हिस्सा है। यह खेल शारीरिक चपलता के साथ-साथ त्वरित सोच और तत्काल निर्णय क्षमता को विकसित करता है, जो न केवल श्रेष्ठ खिलाड़ी बल्कि स्वस्थ और सक्षम इंसान भी बनाता है। शारीरिक रूप से सक्षम व्यक्ति ही समाज और देश में आगे बढ़कर सम्मान अर्जित करता है।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने ये बातें छुरिया विकासखंड के ग्राम लाटमेटा में आयोजित 11वीं राज्य स्तरीय खो-खो प्रतियोगिता के भव्य समापन समारोह में कही। समारोह को संबोधित करते हुए श्री साव ने कहा कि, देश में खेल अधोसंरचना का निरंतर विकास हो रहा है। प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के साथ-साथ खेलों में भी विश्व स्तर पर अग्रणी बनाने का लक्ष्य है। श्री साव ने कहा कि, छत्तीसगढ़ में बस्तर ओलंपिक का सफल आयोजन किया जा रहा है तथा आगामी समय में सरगुजा ओलंपिक का आयोजन भी किया जाएगा।

इसके साथ ही खेलो इंडिया नेशनल ट्राइबल गेम्स का आयोजन छत्तीसगढ़ में होना राज्य के लिए गौरव की बात है। इस अवसर पर श्री साव ने ग्राम में खेल गतिविधियों को और सशक्त बनाने के लिए खेल भवन निर्माण के लिए 30 लाख रुपए की घोषणा की।गौरतलब है कि इस राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ के 26 जिलों की 52 टीमों ने भाग लिया, जिसमें 100 से अधिक मुकाबले खेले गए। बालक एवं बालिका वर्ग में दुर्ग जिला की टीम विजेता रही। प्रतियोगिता के दौरान सभी टीमों के ठहरने एवं भोजन की समुचित व्यवस्था ग्रामीणों द्वारा की गई।

खो-खो आयोजन के माध्यम से ग्राम लाटमेटा ने अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है, जिसमें समस्त ग्रामीणों का सराहनीय सहयोग देखने को मिला।प्रतियोगिता के समापन कार्यक्रम में महापौर मधुसूदन यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती किरण साहू, गीता साहू, भाजपा जिला अध्यक्ष कोमल सिंह राजपूत, साहू समाज प्रदेश अध्यक्ष डॉ नीरेंद्र साहू, जनपद अध्यक्ष संजय सिन्हा, जिला पंचायत सदस्य गोपाल जी, हिरेंद्र साहू, बोधन साहू, आलोक जी, सरपंच नरेश शुक्ला, अरविंद चंद्राकर, पवन गुप्ता, कोमल सिन्हा, तरुण शुक्ला, भगत सोनी, आदि बड़ी संख्या में खिलाड़ी उपस्थित रहे।

