छत्तीसगढ़ प्रदेश शतरंज संघ द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर चयनित छत्तीसगढ़ के शतरंज खिलाड़ियों के लिए आयोजित 7 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का सफल समापन राजधानी में आयोजित हुआ।
इस शिविर का मार्गदर्शन देश के प्रतिष्ठित ग्रैंड मास्टर प्रवीण थिपसे (अर्जुन अवार्डी, अनेक बार राष्ट्रीय चैम्पियन एवं सात बार भारतीय टीम के ओलंपिक प्रतिनिधि) ने किया।मुख्य अतिथि सीए ओ.पी. सिंघानिया ने अपने उद्बोधन में कहा कि शतरंज केवल खेल नहीं, बल्कि अनुशासन, धैर्य और सोचने की क्षमता का माध्यम है।
विशिष्ट अतिथि भूपिंदर सिंह खनूजा (मैनेजिंग डायरेक्टर, बैबिलोन इंटरनेशनल एवं बैबिलोन इन) ने कहा कि ऐसे आयोजन न केवल बच्चों की खेल प्रतिभा को निखारते हैं बल्कि उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाते हैं।
मंचासीन छत्तीसगढ़ प्रदेश शतरंज संघ के महासचिव वी.के. राठी ने कहा कि इस शिविर से बच्चों को केवल खेल की बारीकियां ही नहीं, बल्कि जीवन मूल्यों को भी सीखने का अवसर मिला है। संघ का उद्देश्य है कि छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी अलग पहचान बनाएं।
छत्तीसगढ़ शतरंज महासंघ के अध्यक्ष राघवेन्द्र सिंघानिया ने सभी बच्चों को भविष्य के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट्स के लिए शुभकामनाएं दीं तथा सभी सदस्यों को इस सफल आयोजन की बधाई दिए। धन्यवाद संघ के सह सचिव आनंद अवधिया द्वारा किया गया।
इस अवसर पर विशेष रूप से सीएम रवि कुमार, दुर्ग जिला शतरंज संघ के अध्यक्ष ईश्वर सिंह राजपूत, सीएम विनोद शर्मा, आईए अनीस अंसारी, एफए रोहित यादव, एफए हर्ष शर्मा, एफए शुभम बन्सोने, एसएनए अनिल शर्मा, एसएनए रश्मि शर्मा तथा एसएनए अभिनव पांडे का सक्रिय सहयोग रहा। शिविर और समापन समारोह के सफल आयोजन में संयुक्त सचिव एवं कैंप संयोजक विकास शर्मा की अहम भूमिका रही.
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