बांगलदेश के ढाका में 17 से 24 नवम्बर तक आयोजित द्वितीय महिला कबड्डी विश्व कप में भारतीय महिला कबड्डी टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल मुकाबले में चाइनीज ताइपे को हराकर इतिहास रच दिया। सोमवार को खेले गए रोमांचक फाइनल मुकाबले में भारत ने चाइनीज ताइपे को 35-28 से पराजित कर लगातार दूसरे विश्व कप में विजेता बनने का गौरव हासिल किया है।
गौरतलब है कि भारत के लिए विश्वकप का यह सफर ऐतिहासिक रहा है, जहाँ पूल मैच में भारतीय महिला दल ने अपने सभी पूल मैच जीतकर सेमीफाईनल में प्रवेश किया और ईरान जैसी मजबूत मानी जाने वाली महिला कबड्डी टीम को 33-21 से हराया और फाईनल में बेहद फुर्तीली चाईनीज़ताईपे को 35-28 से हराकर विश्वकप अपने नाम किया।छत्तीसगढ़ की संजू देवी रही प्लेयर आफ द टूर्नामेंट छत्तीसगढ़ के 25 वर्ष के इतिहास में यह प्रथम अवसर रहा जब राज्य के किसी भी कबड्डी खिलाड़ी ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व किया।
मार्च 2025 में ही संजू देवी ने ईरान में आयोजित 6वीं महिला एशियन कबड्डी चैम्पियनशिप में देश का प्रतिनिधित्व कर स्वर्ण पदक प्राप्त किया और कबड्डी वल्र्डकप के लिए क्वालीफाई किया। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा बिलासपुर में संचालित बालिका आवासीय कबड्डी अकादमी की संजू देवी ने वल्र्डकप के पहले मैच से ही अपने मंसूबे बता दिए कि न सिर्फ वह कबड्डी वल्र्डकप हासिल करेंगी बल्कि इस पूरे टूर्नामेंट में सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करेंगी, इसी का नतीजा रहा कि, उन्हें इस पूरे टूर्नामेंट में उनके द्वारा किये गये शानदार प्रदर्शन के लिए “प्लेयर आफ द टूर्नामेंट” चुना गया।

फाईनल मैच में टूर्नामेंट की सबसे फुर्तीली टीम चाईनीज़ ताईपे ने टाॅस जीतकर क्षेत्ररक्षण का फैसला लिया, जिस पर संजू देवी ने मैच के पहले ही रेड से 1 अंक हासिल कर बता दिया कि, अब वह वर्ल्ड कप जीतकर ही आराम करेंगी। इस मुकाबले में एक दौर ऐसा भी था, जब दोनों ही टीमें बराबरी पर थीं, तभी संजू देवी ने एक साथ 4 खिलाड़ियों को पटखनी देकर चार अंक हासिल किया और भारत की बढ़त बनाई, और यह बढ़त भारत के लिए इतना अहम साबित हुआ कि, भारतीय महिला कबड्डी दल ने लगातार दूसरी बार महिला कबड्डी का वर्ल्ड कप अपने नाम कर लिया। फाईनल मुकाबले में संजूदेवी ने कुल 16 अंक रेड के माध्यम से हासिल किये।
भारतीय दल के विजयी होने तथा संजू के शानदार प्रदर्शन के लिए सचिव, तथा संचालक खेल एवं युवा कल्याण ने उनके कोच दिलकुमार राठौर को बधाई दिया। इसके अतिरिक्त बहतराई स्टेडियम में भी खुशी का माहौल है, जहाँ सहायक संचालक ए. एक्का, एच.पी.एम. कुलदीप सिंह बरार, खेल अधिकारी सुशील अमलेश, हाॅकी हेड कोच अजीत ई. लकड़ा, हेड कोच एथलेटिक जसविन्दर सिंह भाटिया, वरिष्ठ प्रशिक्षक दिलीप कुमार सिंह, राकेश टोप्पो, हरगुलशन सिंह अध्यक्ष छत्तीसगढ़ कबड्डी संघ शशिकांत बघेल, महासचिव छ.ग. कबड्डी संघ प्रदीप यादव साथ व राज्य खेल प्रशिक्षण केन्द्र बहतराई के समस्त स्टाॅफ व कोच दिल कुमार राठौर ने बधाई दिए.
