CHHATTISGARH DEDICATED REGIONAL SPORTS NEWS PORTAL.. VISIT WWW.KHELNEWZ.IN
KHELNEWZ BILASPUR DESK खेलो इंडिया में अपना बेस्ट प्रदर्शन के लिए पुल में पसीना बहती बिलासपुर की अजिंक्य
बिलासपुर शहर की बेहतरीन स्वीमर अजिंक्य सिंह आगामी खेलो इंडिया युथ गेम्स में छत्तीसगढ़ को रिप्रेजेंट करेंगी. क्लास 10 में पढ़ने वाली अजिंक्य कई स्कूल और ओपन नेशनल खेल चुकी है. आगामी नेशनल चैंपियनशिप में शानदार परफॉरमेंस को ध्यान में रखते हुए उसे शहर के पुल में पसीना बहते देखा जा सकता है.
अजिंक्य उन चुनिंदा स्विमर में शुमार है जो बीते कोरोना महामारी ने सबसे ज्यादा उनके खेल और करियर को प्रभावित किया है. 2 वर्ष पहले ही खेलो इंडिया से सेलेक्ट हो चुकी अजिंक्य कोरोना के वजह से अपने खेल का प्रदर्शन नहीं कर सकी.
अम्बाला में होने वाले इस बार के खेलो इंडिया युथ गेम्स की तैयारी के सम्बन्ध में जब हमने उनके पेरेंट्स से चर्चा किया तो उनका कहना था कि प्रतिदिन 4 से 5 घंटे की कड़ी प्रैक्टिस कर रही है. शहर के संजय तरन पुष्कर और जिला खेल परिसर के स्विमिंग पुल में अभ्यास करती अजिंक्य फिजिकल फिटनेस के साथ मेंटली भी खुद को प्रिपेयर करने में लगी है.
वर्क आउट और प्रैक्टिस पर है पूरा फोकस
स्विमिंग के अलावा जिम में भी वर्क आउट करती अजिंक्य का वर्क आउट प्लान में सुबह 4 से 7 स्विमिंग,1 घंटे ड्राई लैंड ट्रेनिंग, शाम को 5 से 6 जिम और 6 से 8 फिर से स्विमिंग का रहता है. स्ट्रेचिंग और कुल डाउन एक्ससरसाइज़ घर पर ही करती है. अजिंक्य के इस ट्रेनिंग सिड्यूल में डाइट का सही मात्रा में लेना बेहद जरूरी होता है. मिल्क, फ्रूट्स, स्प्राउट्स, बॉयल्ड अंडे, बॉयल्ड चिकन, सूप, ग्रिल्ड फिश आदि सही मात्रा में ले रही है जो उनको हैवी ट्रेनिंग के दौरान प्रोटीन का जो लॉस होता है उसे रिकवर करने में बहुत मददगार होता है. अजिंक्य 8 घंटे की नींद भी रेगुलर ले रही है जिससे बॉडी जितनी थकता है उसे उतनी जल्दी रिपेयर भी किया जा सके.
कोच संतोष पाल से ट्रेनिंग ले रही बिलासपुर की इस होनहार नेशनल स्वीमर आगामी समय में इंडिया के लिए खेलने की तमन्ना रखती है. बटरफ्लाई और बैकस्ट्रोक अजिंक्य का मेन स्ट्रोक है और इन दोनों कैटेगरी में अपना बेस्ट टाइम निकालने में जुटी है. इंजरी और क्रैम्प से बचने ज्यादा से ज्यादा अपने बॉडी को हाइड्रेट रख रही है और एक गोल सेट करके नियमित प्रैक्टिस पर ध्यान दे रही है.
अजिंक्य के पिता सुशिल सिंह और उनकी मम्मी सोनू सिंह लगातार अपने बच्चे को बेहतर खेल के लिए मोटीवेट और पर्याप्त सपोर्ट कर रहे है जिससे खेलो इंडिया जैसे प्रतिष्ठित खेल में छत्तीसगढ़ के लिए उनकी बच्ची मैडल जीत सके. अजिंक्य जैसे बेहतरीन स्वीमर प्रत्येक सुविधा पाने की सही हक़दार है और जिस स्टेज में वो है यदि यहाँ से सही गाइडेंस और सुविधाएं मिलता जाए तो अंतराष्ट्रीय स्तर पर भी शानदार परफॉरमेंस दे सकती है.