फाउंडेशन क्रिकेट एकेडमी के 6 साल पूरे, हर साल ग्रास रूट लेवल पर 200 खिलाड़ियों को नई तकनीक के साथ प्रशिक्षण दे रहा यह खेल मैदान
फाउंडेशन क्रिकेट एकेडमी के आज स्थापना दिवस पर एकेडमी के चेयरमैन प्रिंस भाटिया ने शहर के उदयीमान खिलाड़ियों को बधाई देते हुए कहा कि आज से 6 साल पहले फाउंडेशन क्रिकेट एकेडमी की शुरुआत की गई थी। इस खेल मैदान से 200 खिलाड़ियों के प्रशिक्षण की व्यवस्था है। ग्रास रूट लेवल पर खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए, राष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण इस खेल मैदान में दिया जाता है। इस मैदान के खिलाड़ी आज राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं। प्रिंस भाटिया ने बताया कि 6 सालों में फाउंडेशन क्रिकेट एकेडमी ने प्रारंभिक स्तर पर छोटे बच्चों को क्रिकेट के गुर सिखाने के साथ ही क्रिकेट तथा सभी समाज के साथ मिलकर खेल को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहा है. बीडीए के पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय शेख गफ्फार की स्मृति में प्रतिवर्ष शहर के अनेक समाजों के साथ मिलकर क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। इसके अलावा जैन समाज, अग्रवाल समाज तथा विभिन्न सामाजिक व व्यापारिक संगठनों के बीच खेल को बढ़ावा देने के लिए एकेडमी मैदान में लगातार क्रिकेट मैच का आयोजन किया जाता है। स्कूल एवं कालेज स्तर पर क्रिकेट को ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए फाउंडेशन क्रिकेट एकेडमी द्वारा अनुभवी प्रशिक्षकों द्वारा टर्फ विकेट के साथ ही बॉलिंग एवं फील्डिंग मशीन के माध्यम से नई टेक्नोलॉजी के साथ खिलाड़ियों को तैयार किया जाता है। बालिकाओं को विशेषकर ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण देकर क्रिकेट के गुर सिखाए जा रहे हैं। फाउंडेशन क्रिकेट एकेडमी का खेल मैदान मध्य भारत की सबसे पहली और बड़ी फ्लड लाइट क्रिकेट मैदान है। 6 साल पहले इस एकेडमी की शुरुआत की गई थी, जो की समय के साथ प्रिंस भाटिया के प्रयास से अकादमी एक बड़ी प्रशिक्षण संस्थान के रूप में अपनी पहचान बना चुकी है। यहां से तैयार खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट मैदान में धूम मचा रहे हैं। यहां पर अंतरराष्ट्रीय राष्ट्रीय एवं आईपीएल के खिलाड़ी भी समय-समय पर बच्चों को परीक्षण देने आते हैं, और शहर एवं संभाग के खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ा रहे हैं। फाउंडेशन क्रिकेट एकेडमी का 6 साल का गौरवशाली इतिहास रहा है। खेल के साथ साथ फाउंडेशन क्रिकेट एकेडमी में प्रतिवर्ष नवरात्रि पर्व पर बड़े पैमाने पर रास डांडिया का आयोजन किया जाता है जिसमें हजारों की तादाद में महिलाएं एवं बच्चे शिरकत करते हैं. पर्यावरण को बचाने की दिशा में एकेडमी द्वारा हर साल पौधारोपण किया जाता है। आगे भी नई तकनीक और अच्छी सोच के साथ इस खेल मैदान का विस्तार करने की योजना है।