
पिथौरा के तेग बहादुर धर्मशाला में आयोजित संभाग स्तरीय शालेय शतरंज स्पर्धा का शुभारंभ शतरंज की बिसात पर घोड़े की ढाई घर की चाल चलकर जिला क्रीड़ा अधिकारी अंजली बरमाल ने किया।
इस अवसर पर उन्होंने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि जिले का शतरंज में एक विशिष्ट पहचान है। लगातार तीन वर्षों में एक राज्य और दो संभाग स्तरीय आयोजन करने का अवसर मिला। पूर्व में सभी स्पर्धाएं सफलतापूर्वक संपन्न हुए है।
KHELNEWZ DURG DESK जिला क्रिकेट एसोसिएशन के खिलाड़ियों का चयन ट्रायल आज
टूर्नामेंट डायरेक्टर हेमंत खुटे ने स्पर्धा के संदर्भ में जानकारी देते हुए कहा कि प्रतियोगिता अंतरराष्ट्रीय नियमानुसार खेली जाएगी। प्रत्येक आयु समूहों में पांच – पांच चक्र होंगे। सर्वाधिक प्राप्त अंकों के आधार पर सभी आयु समूहों में पांच – पांच खिलाड़ियों का चयन किया जायेगा। उक्त स्पर्धा तीन वर्गों में विभाजित है जिसमें सब जूनियर, जूनियर और सीनियर शामिल है। इस स्पर्धा में रायपुर , धमतरी गरियाबंद, बलौदाबाजार और मेजबान जिले से कुल 150 खिलाड़ियों ने सहभागिता की है।
कार्यक्रम का संचालन सह संयोजक राजेश साहू ने किया। प्रतियोगिता के मुख्य निर्णायक फीडे आर्बिटर रॉकी देवांगन है। आर्बिटर पेनल में नेशनल आर्बिटर राजेश्वरी धुवंशी, हेमा नागेश्वर, तृषा शर्मा अखिलेश कर चंदन विश्वकर्मा व खिलेंद्र साहू को रखा गया था। प्रतियोगिता को सफल बनाने में जनरल मैनेजरो व व्यायाम शिक्षकों का विशेष योगदान रहा. जिसमें शिवकुमार बांधे (बलौदाबाजार ) निलेश कुमार (गरियाबंद) , प्रदीप दक्षिणी (रायपुर) खिलेंद्र साहू ( धमतरी) नारायण गभेल, सजन कुमार मीठी,कुमार श्रीवास,खाम सिंह, जगतराम दीवान, हेम कुमारी पटेल, मंजिला चौधरी, लक्ष्मी नारायण पटेल व योगेश सोनवानी का नाम शामिल है।