पावर फ्लेक्सिबिलिटी के खेल रग्बी में दम लगते शहर के खिलाड़ी
रग्बी में दमखम से खेलते शहर के खिलाड़ी अपने पावर, फ्लेक्सिबिलिटी और तालमेल से शानदार प्रदर्शन कर रहे है। रग्बी संघ के जिले के सहसचिव शुभम माणिक से इस खेल के सम्बन्ध में हुए विशेष चर्चा में उन्होंने जानकारी देते हुए कहा की अभी लगभग ४० खिलाड़ी जिले में खेल रहे है। अंडर १४, १६, १८ और सीनियर वर्ग में रग्बी को खेला जाता है। खेल के सम्बन्ध में जब हमने उनसे विस्तार से जानना चाहा तो जानकारी देते हुए शुभम ने बताया की इसमें ७ ए और १५ ए साइड की टीम बनाकर खेला जाता है। रग्बी में खिलाड़ी एक दूसरे को बॉल पास करते हुए ट्राई लाइन तक पहुंचते है एवं जिस जगह पर बॉल ट्राई लाइन पर रखते है वहां से किक करके दो पोल के सेंटर से मारने पर अतिरिक्त अंक टीम को मिलते है। शुभम ने आगे इसमें जोड़ते हुए कहा की इसमें दोनों टीम अपने डिफेंस के लिए टैकल करते है जिसमे खिलाड़ियों में बॉडी कांटेक्ट होता है। रग्बी में खिलाड़ी के फ्लेक्सिबिलिटी के साथ ताकत का भी इस्तेमाल करना होता है, जिसके लिए वर्कआउट पर विशेष ध्यान दिया जाता है। खिलाड़ी अपने रोजाना के ट्रेनिंग में फिटनेस और पावर लिफ्टिंग से एक्स्ट्रा पावर गेन करता है जो खेल के दौरान काफी जरूरी होता है। खिलाड़ियों द्वारा खेल के दौरान कैसे सुरक्षा का ध्यान रखा जाता है के सवाल पर शुभम ने बताया की सभी नियमित खेलने वाले खिलाड़ी टैकल पैड, हेड गार्ड , चेस्ट गार्ड, पहन कर ही खेलते है। रग्बी में बॉयज और गर्ल दोनों टीमें खेल रही है। १४ मिनट के इस पावर गेम में खिलाड़ी को अपना पूरा एफर्ट लगाना होता है। रग्बी फिलहाल बिलासपुर जिले के अलावा रायपुर, कोरबा, महासमुंद, बालोद, और बेमेतरा में खेले जाते है। रग्बी के खिलाड़ियों को खेल के साथ अपने बैलेंस्ड डाइट और एडवांस्ड सप्लीमेंट्स की भी जरूरत पड़ती है जो उन्हें फील्ड में पूरा ताकत झोकने में मदद करता है। शुभम ने बिलासपुर में खेल रहे खिलाड़ियों के सही डाइट चार्ट और न्यूट्रिशन के सम्बन्ध में निशांत वर्मा का लगातार गाइडेंस हमेशा प्राप्त होता है, जिससे खिलाड़ियों का सही वजन और पावर बैलेंस्ड रहता है।