इंज्युरी में रेस्ट और विशषज्ञ की सलाह से रिकवरी होता है आसान
खिलाड़ियों को खेलने के दौरान लगने वाले हड्डी सम्बंधित चोट में कुछ विशेष सावधानी बरतने की जरूरत होती है। शहर के जानेमाने ओर्थपेडीक स्पेशलिस्ट्स एवं संजीवनी हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉक्टर विनोद तिवारी से हुए विशेष चर्चा में उन्होंने बताया कि यदि सामन्य मोच लगता है तो रेस्ट करते हुए बर्फ से सेंकाई और पैरो को सहारे से रखने पर जल्द रिकवर हो सकते है। डॉक्टर तिवारी ने बताया की ताज़े चोट में बर्फ के सेंकाई से फायदा होता है वही पुराने चोट पर गरम सेंकाई असरकारक होता है। मोच यदि मॉडरेट है इस स्थिति में प्लास्टर करते है जिससे जल्द आराम मिलता है। खेल के दौरान यदि चोट लग गया है तो तुरंत घाव के स्थान को साफ़ पानी से धोकर रुमाल या कपड़े से बांधना उचित होता है। गंभीर इंज्युरी होने पर चोटिल स्थान को बिलकुल न हिलाये बल्कि उसे किसी सहारे से बाँध ले और तुरंत डॉक्टर से सलाह ले। डॉक्टर तिवारी ने खिलाड़ियों को विशेष सलाह देते हुए कहा की इंज्युरी में बिलकुल प्रैक्टिस से दूर रहना चाहिए। डॉक्टर विनोद तिवारी ने आगे जोड़ते हुए कहा की खिलाड़ियों को नियमित तौर पर मिनरल्स जिनमे कैल्शियम, मैग्नीशियम, कोबाल्ट और जिंक अपने खाने में लेना चाहिए, प्रोटीन की भी सही मात्रा खिलाड़ियों को चाहिए जिससे उनका बॉडी रिपेयर होता रहे। अपने डाइट और फिटनेस पर खिलाड़ी को ध्यान देना चाहिए। खेल के दौरान यदि कोई ऐसा गंभीर चोट लगती है जिससे हड्डी फ्रैक्चर हो जाये तो क्या खिलाड़ी स्वस्थ होने के बाद उसी ताकत और स्टैमिना से प्रदर्शन कर सकते है के सवाल पर डॉक्टर विनोद तिवारी ने कहा की हड्डी के जुड़ जाने के बाद उसमे पुराने समय जैसी ताकत होती है और उनके परफॉरमेंस पर कोई असर नहीं पड़ता। हड्डियों को बाँधने वाला स्ट्रक्चर यदि चोटिल हुआ है तो एमआरआई के द्वारा टूटने के परसेंटेज के हिसाब से इलाज या ऑपरेशन किया जाता है। खिलाड़ी यदि इंज्युरी में सही ट्रीटमेंट, डाइट और रेस्ट करे तो रिकवरी और वापसी उतनी जल्दी संभव होता है।