कराटे में अपने मूव्स से प्रतिद्वंदी को पटकते शहर के खिलाड़ी
कराटे में अपने मूव्स को तैयार करते शहर में २५० से ज्यादा खिलाड़ी। जिला बिलासपुर कराटे संघ के पदाधिकारी महानंद खेत्रो से जब हमने बात किया तो उन्होंने बताया की बिलासपुर में कराटे में खेल रहे खिलाड़ियों में लगभग ४८ खिलाड़ी ऐसे है जिन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर अपने खेल का जौहर दिखा चुके है। ब्लैक बेल्ट में सेकंड डैन श्री खेत्रो ने बताया कि कराटे में अंडर १४ में सब जूनियर, अंडर १६ में जूनियर, और १८ वर्ष से ऊपर के प्रतिभागी सीनियर वर्ग में खेलते है। कोरोना के वजह से २ वर्षो में टूर्नामेंट्स कम हुए है, जिससे खिलाड़ियों को कई महत्वपूर्ण मुकाबलों में खेलने का मौका नहीं मिला। शहर के खिलाड़ी लगातार कराटे में अच्छा खेल रहे है जिनमे प्रिंस दत्ता, उदय नारयण सिंह, रमन रजक, ऐस्वर्य तिवारी, उत्तम निर्मलकर, प्रतिक सोनी, अदिति सारथि, संजुक्ता दास आदि खिलाड़ियों ने अलग अलग कैटोगरी में शानदार प्रदर्शन किये है। कराटे में २ प्रकार के इवेंट्स के बारे में बात करते हुए श्री खेत्रो ने बताया कि इसमें काता और कुमिते दो इवेंट है। काता में जहा खिलाड़ी अपने मूव्स का प्रदर्शन करते है वही कुमिते स्टाइल के इवेंट में अपने फाइट कि कुशलता को दिखाते हुए प्रतिद्वंदी से पॉइंट हासिल करते है। कुमिते स्टाइल में खिलाड़ी के हीटिंग पोजीशन जिसमे फेस, स्टमक, चेस्ट आदि के हिसाब से अलग अंक मिलते है। कोच महानंद ने बताया कि जब से कराटे को ओलिंपिक खेलो में शामिल किया गया है तब से इस खेल में प्रोफेशनल एप्रोच देखा जा रहा है। पहले सीनियर के मुकाबलों में डु और डाई के हिसाब से फाइट होते थे जिसमे कई बार गंभीर इंजरी भी हो जाया करता था। कराटे में १० डैन सबसे हाईएस्ट रैंक होता है जो फिलहाल भारत में कोई भी नहीं है। कराटे के टूर्नामेंट्स के बारे में बात करते हुए श्री खेत्रो ने जानकारी दिया कि कराटे स्कूल लेवल में जहा एसजीएफआई के द्वारा प्रतियोगिताएं होती है वही ओपन में भी खिलाड़ियों को जिला राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर महिला एवं पुरुष वर्ग में अलग अलग ऐज कैटागोरी में खेले जाते है। कराटे संघ जिला बिलासपुर के अध्यक्ष पद पर सीनियर कराटे मास्टर एवं ५ डैन ब्लैक बेल्ट अविनाश सेठी है।