बॉक्सिंग में छोटी सी कोशिश को बड़े आकार देने का लक्ष्य
बिलासपुर में बॉक्सिंग से खिलाड़ियों को जोड़ने की छोटी सी कोशिश को बड़े आकार देने के लिए मेहनत करते शहर के होनहार खिलाड़ी एवं ट्रेनर मोईनुद्दीन खान। क्रॉस फिट बॉक्सिंग अकादमी जो की लेट शेख गफ्फार अमेच्युर बॉक्सिंग एसोसिएशन के नाम से निगम क्षेत्र में रजिस्टर्ड संस्था है। आज कई खिलाड़ी ट्रेनर मोईन के मार्गदर्शन एवं कोचिंग में नियमित प्रैक्टिस कर रहे है। मोईन साईं की भोपाल सेंटर से प्रशिक्षित है। २०१३ में छत्तीसगढ़ स्टेट बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड वही २०१४ में सिल्वर मेडलिस्ट। २०१६ -१७ में विद्या भर्ती अखिल भारतीय शिक्षा संसथान के जोनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप जो की नई दिल्ली में हुए थे में गोल्ड, आल इंडिया साईं अन्तर रीजनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में २ बार नेशनल खेल चुके मोईन और भी कई राज्य एवं राष्ट्रीय मुकाबलों में अपने मुक्के का दम दिखा चुके है। मोईन से हुई चर्चा में उन्होंने बताया की पिता के सहयोग से उन्होंने अपनी अकादमी खोली है जो फ़िलहाल किसी स्टेट खेल बॉडी में सम्मलित नहीं है, लेकिन रजिस्टर्ड है। १० साल से लेकर बड़े खिलाड़ियों को ट्रेनिंग दी जाती है। सुविधा के सवाल पर उनका कहना है की अभी बॉक्सिंग की प्रैक्टिस उन्ही के घर के ऊपरी माले में की जाती है और फिजिकल के लिए पार्क का इस्तेमाल करते है। अपनी तकनीक और खेल पर विश्वास करने वाले मोईन कहते है आने वाले कुछ समय में उनके द्वारा सीखने वाले खिलाड़ी विभिन्न प्रतियोगिताओ में शानदार खेल का प्रदर्शन करेंगे। क्रॉस फिट में सीखने वाले सभी खिलाड़ियों को निः शुल्क प्रशिक्षण देते मोईन का मकसद बॉक्सिंग को आगे बढ़ाने की है। मोईन से हुए हमारी बातचीत में जब हमने उनसे पूछा की बॉक्सिंग के लिए रिंग बहुत जरूरी होता है जिसमे खिलाड़ी सही मूवमेंट करते हुए अपने खेल को खेल सकते है के सवाल पर उन्होंने कहा की एक निश्चित जगह और रिंग की सख्त जरूरत है पर अभी तक कोई सहयोग किसी स्तर पर मिला नहीं है यदि उन्हें ऐसा सहयोग मिलता है तो आने वाले समय में बॉक्सिंग में कइयों बेहतरीन खिलाड़ी शहर से रिंग में पंच बरसते मिलेंगे।