ताकत के खेल में अपने मस्सल का पॉवर दिखाते पॉवर लिफ्टर
ताकत के खेल में अपने मस्सल का पॉवर दिखाते शहर में पावर लिफ्टिंग के खिलाड़ी। १०० से ज्यादा खिलाड़ी पावर लिफ्टिंग में शहर से अपने बॉडी और खेल को शेप दे रहे है। पॉवर लिफ्टिंग फेडरेशन जिला बिलासपुर के सचिव एवं सीनियर पावर लिफ्टर राहुल सारथी जिन्होंने २०१९ में कलकत्ता में इंडिया के स्ट्रांग मैन के सम्मान से नवाज़े गए थे, उनसे हमने पॉवर लिफ्टिंग के दाव पेंच और खेल के सम्बन्ध में जानना चाहा तो उन्होंने बताया की इसमें तीन राउंड होते है जिसमे सबसे ज्यादा वजन उठाने वाले प्रतिभागी को विजयी घोषित किया जाता है। तीन राउंड को स्कॉट, बैच , और डेड लिफ्ट में भाग किया गया है। पॉवर लिफ्टिंग में सब जूनियर, जूनियर, सीनियर, मास्टर , मास्टर १ और मास्टर २ कैटगोरी में खेल को खेला जाता है। श्री सारथी ने हमे बताया की अलग अलग वजन की केटेगरी में प्रतियोगी को बांटकर लिफ्टिंग होता है। १४ साल की उम्र से खिलाड़ी इन खेलो से जुड़ सकते है। नए शामिल होने वाले खिलाड़ियों को प्रारंभिक स्ट्रेचिंग, जम्प, और फिजिकल एक्ससरसाइज के द्वारा शरीर को पहले शेप में लाने के बाद लाइट केटेगरी के वजन से शुरुआत की जाती है जिससे उन्हें कोई इंज्युरी का सामना न करना पड़े इसका विशेष ध्यान ट्रेनिंग के दौरान रखा जाता है। फेडरेशन के माध्यम से खेलने वाले कइयों खिलाड़ियों ने नेशनल में शानदार लिफ्टिंग करते हुए गोल्ड और सिल्वर मेडलिस्ट बन चुके है। हाल ही में जमशेदपुर में इंडियन पावर लिफ्टिंग फेडरेशन के तहत हुए टूर्नामेंट में छत्तीसगढ़ चैंपियन टीम रही। श्री सारथी ने जानकारी देते हुए बताया की पॉवर लिफ्टिंग में सभी खिलाड़ी बहुत अच्छा प्रदर्शन करते है लेकिन उनकी कुछ अपेक्षाएं है शासन से जिनमे पॉवरलिफ्टिंग के लिए एक सुनिश्चित जगह और जिम की सुविधा का मिलना जिससे खिलाड़ी न केवल मोटीवेट होंगे साथ ही और अच्छा प्रदर्शन भी करेंगे। बिलासपुर पॉवर लिफ्टिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष की जिम्मेदारी सीनियर खिलाड़ी निसार अहमद सँभालते है।