कोर्ट की समस्याओ से जूझता बिलासपुर जिला बैडमिंटन संघ
शहर में होनहार बैडमिंटन का खेल खेलने वाले खिलाड़ियों की कोई कमी नहीं है। बैडमिंटन को सिखाने वाले कोचेस अलग अलग जगहों पर खिलाड़ियों को अपने स्तर पर ट्रेनिंग दे रहे है लेकिन कोई निर्धारित स्थान बैडमिंटन के सुनिश्चित न होने से इस खेल में खिलाड़ियों को जूझना पड़ रहा है। उक्त सम्बन्ध में जब हमारी बात संघ के अध्यक्ष अरविन्द कुमार गोयल से हुई तो उन्होंने बताया की संघ कई बार बैडमिंटन के लिए कोर्ट की मांग करता रहा है जिसमे होने वाले व्यय को भी संघ उठाने एवं सही तरह व्यवस्थित करने की बात भी कह चूका है। श्री गोयल कहते है की खेलने के लिए कोर्ट और बैडमिंटन संघ का कोई ऑफिस न होने से खिलाड़ीयो को भी अलग अलग जगहों पर भटकना पड़ता है साथ ही स्टैण्डर्ड ग्राउंड पर प्रैक्टिस करने को न मिलने से उनके परफॉरमेंस पर भी असर पड़ रहा है। संघ चाहता है की उन्हें डेडिकेटेड बैडमिंटन के लिए जगह दी जाये जिसमे उनके द्वारा महिला पुरुष दोनों वर्गो के हिसाब से अलग अलग टाइमिंग में कोचेस की व्यवस्था संघ के माध्यम से की जाएगी जिससे बैडमिंटन के खिलाड़ियों की एक नयी खेप तैयार करने में बहुत मदद मिलेगा। उक्त सम्बन्ध में जब हमने जिला खेल परिसर की प्रमुख से बात किया तो उन्होंने बताया की यदि संघ की तरफ से कोई प्रस्ताव बैडमिंटन के सम्बन्ध में मिलता है तो हम विचार कर सकते है।