फेंसिंग में मिलते ट्रेनिंग से निखरते शहर के खिलाड़ी
तलवारबाज़ी से विरोधियो को चौकाने में माहिर अंतरास्ट्रीय फेंसिंग खिलाड़ी और कोच अभिषेक दुबे आज अपने अनुभव से शहर में फेंसिंग के खिलड़ियों की प्रतिभा निखार रहे है। अभिषेक ने २०१२-१३ से कोच भूपेंद्र यादव की कोचिंग में खेलना प्रारम्भ किया। १० बार नेशनल खेल चुके अभिषेक ने इस दौरान २ गोल्ड, ३ सिल्वर और २ ब्रॉन्ज मैडल जीते। अंतरास्ट्रीय मुकाबलों जिनमे २०१६ में मलेशिया में आयोजित एशियाई सर्किल फेंसिंग चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्तव करते हुए २ गोल्ड मैडल अभिषेक ने हासिल किया है । अभिषेक राज्य स्तरीय स्कुल फेंसिंग, अन्तर कॉलेज ट्रायल्स और ओपन ट्रायल्स में ऑफिसियल की भूमिका को भी बाखूबी निभा चुके है। सुब जूनियर और जूनियर नेशनल के टूर्नामेंट के लिए सिलेक्शन कमेटी में सदस्य रहे अभिषेक वर्तमान में जिला फेंसिंग एसोसिएशन में २०१७ से कोच के रूप में खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दे रहे है। अभिषेक दुबे के प्रशिक्षण में आज फेंसिंग जैसे कलात्मक खेल में २० से ज्यादा खिलाड़ी विभिन्न आयु वर्ग में शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए कई प्रतियोगिताओ में शहर का नाम रौशन कर चुके है। जूनियर नेशनल में सिल्वर तथा सब जूनियर नेशनल जो की ओडिशा में हुए थे उसमे भी २ ब्रॉन्ज मैडल श्री दुबे के प्रशिक्षण में खिलड़ियों ने जीते। हाल ही में हरयाणा में हुए जूनियर नेशनल में ६ खिलाड़ी ने अपने शानदार खेल का प्रदर्शन किया है। तलवारबाज़ी के खेल में धैर्य और चपलता दोनों की जरूरत होती है जिससे खिलाड़ी फोकस्सड रहकर लक्ष्य को प्राप्त कर सके। फेंसिंग में फिजिकल और मेंटली १०० फीसदी फिट होना जरूरी होता है। श्री दुबे का मानना है की शहर में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है और फेंसिंग में आने वाले समय में और बेहतरीन खिलाड़ी अच्छे स्तर पर प्रदर्शन करेंगे।