शहर की मिटटी से तैयार होते कबड्डी के होनहार खिलाड़ी
कबड्डी में बिलासपुर से कोचिंग ले रहे युवा आज राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना रहे है। जिला कबड्डी संघ के सचिव एवं छत्तीसगढ़ कबड्डी सिलेक्शन कमिटी के चेयरमैन पद पर आसीन प्रदीप यादव कबड्डी में युवाओ को जोड़ने उन्हें प्रशिक्षित करने तथा कबड्डी को आगे बढ़ाने में पूरी ताकत से लगे है। २०१६ से बिलासपुर के चिंगराजपारा में कबड्डी की कोचिंग दे रहे श्री यादव कहते है की उनका एवं उनके साथ जुड़े लोगो का मकसद केवल कबड्डी के खेल से युवाओ को जोड़ना और राष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन खिलड़ी देना है। प्रत्येक वर्ष श्री यादव के कोचिंग से प्रशिक्षण प्राप्त कई लड़के और लड़किया जूनियर सुब जूनियर लेवल पर शानदार प्रदर्शन करते आये है। आज श्री यादव के कोचिंग में १५० से ज्यादा बच्चे शामिल है। खेलो इंडिया में भी कई बच्चे खेल चुके है, इसके अलावा प्रो कबड्डी जैसे प्रोफेशनल लीग में भी कई लड़को ने ट्रायल दिया है। आज तक ५० से ज्यादा खिलाड़ी नेशनल में और लगभग इतनी ही संख्या में बच्चो ने अन्तर यूनिवर्सिटी में अपने खेल का जौहर दिखा चुके है। हाल ही में ३१ सुब जूनियर नेशनल जो की उत्तराखंड में आयोजित हुआ उसमे छत्तीसगढ़ की टीम ने ब्रॉन्ज मैडल जीता जिसमे ३ खिलाड़ी श्री यादव के मार्गदर्शन एवं कोचिंग से थे। कोचिंग के लिए जन सहयोग से मिली सहयता से नि: शुल्क सभी खिलाड़ियों को कोचिंग दे रहे श्री यादव का मानना है की हमारे कोचिंग से जब खिलाड़ी भारत के लिए प्रतिनिधित्व करेंगे तभी सही मायनो में हमारा प्रयास सफल होगा। कोरोना काल में खिलड़ियों के प्रदर्शन के सवाल पर कोच यादव कहते है की इस दौरान खिलड़ियों के प्रशिक्षण एवं फिटनेस पर काफी असर पड़ा और टूर्नामेंट्स के ना होने से खिलड़ियों को परफॉर्म करने का अवसर भी नहीं मिला जिससे मोटिवेशन लेवल भी डाउन हुआ है। श्री यादव के कोचिंग में हेमंत यादव मुख्य कोच है जिनके मार्गदर्शन में सभी खिलाड़ी कबड्डी के दाव पेंच सीखते है। पुन्नी लाल साहू, राकेश देवांगन , महेंद्र पटेल, दुर्गेश्वरी चंद्राकर इन सभी का सामूहिक प्रयास के बुते आज शहर में बेहतरीन कबड्डी की खेप तैयार हो रही है जो विभिन्न प्रतियोगिताओ एवं अलग अलग टूर्नामेंट्स में अपना जलवा बिखेर रहे है।