हॉकी से बच्चो का टैलेंट निखारते कोच मिर्जा रज्जाक बेग
हॉकी से नन्हे बच्चो को जोड़ते शहर के वरिष्ठ हॉकी कोच मिर्जा रज्जाक बेग। एशियाई स्कुल हॉकी चैंपियनशिप जो की २००१ में लुधिआना में हुआ था के टेक्निकल मेंबर रहे श्री बेग हॉकी के एनआईएस कोच है। वर्तमान में गवर्नमेंट हाई सेकेंडरी स्कूल में कार्यरत श्री बेग साहयक खेल प्रभारी जिला बिलासपुर के पद की जिम्मेदारी को भी निभा रहे है। हॉकी की नयी खेप को तैयार करना और कम उम्र के बच्चो को इससे जोड़ने के उद्देश्य से आप शहर के पुलिस मैदान में छोटे बच्चो को प्रशिक्षण देते है। कोरोना के वजह से प्रशिक्षण देने के काम में थोड़ी बाधा जरूर आयी है लेकिन श्री बेग स्थिति सामन्य होते ही पुनः इसे आगे बढ़ाएंगे। एसजीएफआई के सिलेक्टर रहे श्री बेग राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर में हॉकी के ऑफिसियल के तौर पर सेवाएं दे चुके है। श्री बेग हॉकी के प्रशिक्षण को एक सेवा के रूप में करते है जिससे भारतीय हॉकी को ऐसे बेहतरीन खिलाड़ी मिल सके जो परिस्थितिवस या सही प्रशिक्षण न मिल पाने के वजह से कई बार खेल नहीं पाते। मौजूदा समय में हॉकी टर्फ पर खेली जाती है जिसमे प्रैक्टिस करने और खेलने की तकनीक जमीन पर खेलने से बहुत ही अलग है। श्री बेग कहते है की आज के समय में ऑस्ट्रेलिया नीदरलैंड जैसे देश हॉकी में डोमिनेट करते है उसकी मुख्य वजह है की वो टर्फ फ्रेंडली है। टर्फ की शुरुआत वही से हुआ और वो उस पर अच्छा खेलते है, जबकि भारतीय खिलाड़ियों को आज भी जमीन पर हरा पाना बहुत मुश्किल है। श्री बेग कई वर्षो तक जशपुर में भी सेवाएं दे चुके है जहा उत्कृस्ट कार्य करने के लिए सम्मानित है। हॉकी के अलावा श्री बेग योग के भी सर्टिफाइड एनआईएस ट्रेनर है। योग रत्न अवार्ड से सम्मानित श्री बेग खेल एवं खिलड़ियों को आगे बढ़ाने में लगातार प्रयास करते आये है। आज उनके द्वारा प्रशिक्षित कई हॉकी खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर शानदार खेल का प्रदर्शन कर रहे है। श्री बेग केवल अकेले नहीं उनका परिवार भी खेलो के प्रति समर्पित है श्री बेग के सुपुत्र राष्ट्रीय स्तर के हॉकी खिलाड़ी होने के अलावा एनआईएस कोच भी है। बिलासपुर में राष्ट्रीय खेल को खेलने , खिलाने एवं समझ रखने वाले ऐसे कई लोग है जो हमेशा खेल एवं खिलाड़िओ की सेवा करते आये है और आगे भी करते रहेंगे।