मैदान में जल्द वापसी करना चाहते है शहर के रणजी खिलाड़ी
भारतीय रेलवे से खेलने वाले शहर के सीनियर क्रिकेट खिलाड़ी अमित मिश्रा पिछले एक दशक से भी ज्यादा समय से रणजी में अपने मध्यम तेज गेंदबाज़ी से ओपोनेंट टीम की लय बीगाड़ते आये है। अमित से हाल ही में जब मुलाकात और बातचीत हुआ तो उन्होंने बताया की बीते २० दिनों से ट्रेनिंग और फिटनेस पूरी तरह से छूट गया है। अहमदाबाद के रणजी ट्रॉफी के सिलेक्शन मैचेस में कैंप के दौरान जब उन्हें पता चला की परिवार पर हमला हुआ है तो वे तुरंत शहर लौट आये। शहर के होनहार फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ी अमित घरेलु क्रिकेट में १५० से भी ज्यादा विकेट चटका चुके है। रेलवे में ओ एस के पद पर २००८ से कार्यरत अमित का अब तक का क्रिकेटिंग करियर शानदार रहा है जिसमे उन्हें तीनो फॉर्मेट डेज , वन डे और टी २० सभी में खेल चुके है। इस बार भी उनका सिलेक्शन हो सकता था लेकिन उन्हें घर आना पड़ा जिससे उनका सिलेक्शन रुक गया। खिलाडी खेल में १०० फीसदी देता है, अपने घर परिवार से दूर उनका मकसद देश और टीम को केवल जिताना रहता है . खिलाड़ी सम्मान का हकदार होता है जो उन्हें मिलना चाहिए और यदि किसी प्रकार की परेशानी उन्हें या उनके परिवार को झेलनी पड़ रही हो तो उसे जल्द निराकरण का प्रयास किया जाना चाहिए. अमित ने प्रारंभिक कोचिंग स्वर्गीय नरेश पांडेय के मार्गदर्शन में बिलासपुर के रघुराज स्टेडियम में खेलते हुए हासिल किया। वर्तमान में रेलवे की और से कोच भूपेंद्र पांडेय के कोचिंग में खेल रहे है। उम्मीद है अमित जल्द मैदान में वापसी करेंगे और उनके गेंदबाज़ी की धार फिर से देखने को मिलेगी.