तैराकी में नए संकल्प से प्रदर्शन को तैयार शहर के राष्ट्रीय तैराक
ओलिंपिक मेडलिस्ट बनने के सपने को संजोये शहर की तैराक बेटी अनुष्का भगत कोविड जैसे मुश्किल हालत में जहा प्रैक्टिस कर पाना असंभव होने के बावजूद घर पर ही फिजिकली और मेंटली खुद को तैयार करने में जुटी है। ब्रेस्ट स्ट्रोक में ९ बार राष्ट्रीय प्रतियोगिताओ में शामिल हो चुकी जिनमे ५ ओपन, २ एसजीएफआई , १ सीनियर और १ बार सीबीएसई की प्रतियोगिताएं शामिल है। अनुष्का २०१६ में पुणे में आयोजित ओपन नेशनल गेम्स में पहली बार फाइनल में न केवल जगह बनायीं बल्कि कड़े मुकाबले में ५ वा स्थान हासिल किया। अनुष्का ब्रेस्ट स्ट्रोक के ५०, १००, २०० एवं ४०० मीटर की कॉम्पिटिशन में हिस्सा लेती है। २०१९ दिल्ली में हुए एसजीएफआई नेशनल के १०० मीटर में अनुष्का ने १:१९:७१ का बेहतरीन टाइम निकलते हुए गोल्ड अपने नाम किया। २०२० में मेजर ध्यानचंद पुरूस्कार से सम्मानित अनुष्का शहर की शानदार तैराक है। अपने कोचिंग के सम्बन्ध में बताते हुए अनुष्का ने कहा की उनकी मुख्य कोच संतोष पाल जी है जिनकी लगातार मार्गदर्शन एवं प्रेरणा ने उनके खेल को काफी सुधारा। अनुष्का ने श्री बद्री प्रसाद और सतीश ठाकुर एवं हेमंत परिहार का नाम लेते हुए बताया की सभी कोचेस का सहयोग एवं मार्गदर्शन हमेशा मिला जो खेल के दौरान काफी उपयोगी साबित हुआ। अपने डाइट और फिजिकल फिटनेस पर काफी ध्यान दे रही अनुष्का को पुल के बंद होने से प्रैक्टिस में काफी दिक्कत हो रही है। राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों के प्रैक्टिस नहीं कर पाने से उनकी सालो के डेडिकेशन और मेहनत पर विपरीत असर हो रहा है। अनुष्का कहती है मै अपने आप को मेंटली स्ट्रांग रख रही हूँ, जिससे जब पुल पर उतरु तो एक नए संकल्प के साथ अपने टाइमिंग को और बेहतर करते हुए राष्ट्रीय और मौका मिलने पर अंतराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन देना ही एकमात्र लक्ष्य है।