बच्चो को क्रिकेट की बारीकियों से जोड़ता फाउंडेशन
बच्चो को बचपन में हर खेल खेलना पसंद होता है । उन्हें दोस्तों के साथ मस्ती और धमाल सबसे ज्यादा भाता है, यदि इसमें सीखने, जानने और आगे के रस्ते तय करने का मार्गदर्शन भी मिल जाये तो क्या कहना। शहर में फाउंडेशन क्रिकेट अकादमी में छोटे बच्चो को कुछ इसी प्रकार से तैयार किया जा रहा है। अकादमी हर बच्चो को उनकी फिजिकल स्ट्रेंथ के अनुसार इस तरह तैयार करने में जुटी है जिसका परिणाम आज ये है की कई बच्चे जो शुरू से अकादमी में जुड़े थे वे स्कूल नेशनल से लेकर ओपन ट्रायल के अंडर १४ और १६ कैंप में खेल चुके है । फाउंडेशन में बहुत से छोटे बच्चे पहली बार बल्ला हाथ में लेते है । अकादमी के कोच लव्यम राजपूत ने बताया शैडो, ड्रिल और फिजिकल फिटनेस के द्वारा बच्चो के बेसिक्स पर विशेष ध्यान देते है। ग्राउंड में ज्यादा से ज्यादा वक़्त बच्चे बिताये , गेंद के रेफ्लेक्शंस की समझ उनमे डेवेलोप हो और धीरे धीरे वे खेल और खेल की बारीकियों को अपना ले यही उनका प्रयास रहता है। राष्ट्रीय अंतराष्ट्रीय खिलाड़ी एक दिन में नहीं होते है उन्हें बनाने के लिए शुरुआत से मेहनत करनी होती है,जो आज शहर के फाउंडेशन क्रिकेट अकादमी में देखा जा सकता है।